Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
प्रत्येक मृतक के आश्रितों को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद मुहैया कराने का मुख्यमंत्री ने किया ऐलान।
मुंबई, 17 अप्रैल (हि.स.)। रायगढ़ जिले के नवी मुंबई में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार कार्यक्रम में गर्मी लगने से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इस घटना में 4 लोगों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। इस कार्यक्रम में गर्मी लगने से 100 से अधिक लोग बीमार हैं। इन सभी का इलाज सोमवार को एमजीएम पनवेल, एमजीएम वाशी, डीवाई पाटिल, टाटा अस्पताल जैसे विभिन्न अस्पतालों में हो रहा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने प्रत्येक मृतक के आश्रितों को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। सभी बीमार लोगों का सरकारी खर्च से इलाज करवाया जाएगा। इन सभी के इलाज में तालमेल रखने के लिए सचिव स्तर के अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उल्लेखनीय है कि रविवार दोपहर नवी मुंबई के खारघर में राज्य सरकार की ओर से महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार कार्यक्रम आयोजित किया गया था। समाजसेवक अप्पासाहेब धर्माधिकारी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथों इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। हालांकि कार्यक्रम के बाद यहां गर्मी से परेशान लोग बीमार होने लगे थे। रविवार को देर रात तक इस घटना में भीषण गर्मी से 11 लोगों की मौत हो गई थी। सोमवार को सुबह कल्याण के निवासी एक व्यक्ति की एमजीएम अस्पताल में मौत हो गई। इस घटना में मरने वालों में से 8 महिलाएं और 4 पुरुष हैं। मृतकों में महेश नारायण गायकर (42), जयश्री जगन्नाथ पाटिल (54), मंजूषा कृष्ण भोंबांडे (51), स्वप्निल सदाशिव केनी (30), तुलसीराम भाऊ वांगड ( 58 ), कलावती सिद्धराम वैचल (46), भीमा कृष्ण साल्वी (58), सविता संजय पवार (42), पुष्पा मदन गायकर (64), वंदना जगन्नाथ पाटिल (2), विनायक हलदणकर और एक अन्य के रूप में की गई है। इन सभी के शव उनके आश्रितों को दे दिए गए हैं। एक अन्य शव की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है।
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अस्पताल में जाकर बीमार लोगों से मिले और उनके इलाज के लिए सचिव स्तर के अधिकारी को जिम्मेदारी दी है। इसके बाद विधानसभा ने नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी ) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, विधानपरिषद के नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे भी अस्पताल पहुंचकर बीमार लोगों से मुलाकात की है। अजीत पवार ने कहा कि यह राजनीति का वक्त नहीं है। सर्वप्रथम मृतकों के दाह संस्कार और बीमार लोगों के उचित इलाज पर ध्यान दिया जाना चाहिए।